Uttar Kumar Dhama Biography And Movies
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Uttar Kumar Dhama |
Introduction And Early Life
Carrier Of Uttar Kumar Dhama
फिर Uttar Kumar Dhama पास ही के एक Primary School ( हरबीर बाल विद्यालय ) में अध्यापक के तौर पर पढ़ाने लगे मगर उस में उन का मन नहीं लगा और करीब 1-2 साल बाद उन्होंने पढ़ना छोड़ दिया और जैसे - तैसे पैसो को इंतजाम करा और उन्होंने AAFT इंस्टिट्यूट में Admission ले लिया , और वहां से 1 साल का Film Making और Acting का कोर्स करा , और उसके बाद फिल्म बनाने लगे ।
शुरुआती कैरियर मे Uttar Kumar Dhama को निराश होन पड़ा क्योंकि उन की फिल्म लोगो को कुछ खाश पसंद नहीं आ रही थी जिसकी वजह से उन की बावली जैसी दो तीन फिल्मे फ्लॉप हो गयी ।
Success Of Uttar Kumar Dhama
Uttar Kumar Dhama को उनकी पहली फिल्म धाकड़ छोरा जो की 2004 में आयी थी उस ने इतना प्रसिद्ध किया कि आज इस फिल्म के नाम से ही Uttar Kumar Dhama को जाना जाने लगा है ।
Uttar Kumar Dhama की फिल्म धाकड छोरा एक ऐसी फिल्म है जिसने हरयाणवी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की फिल्म इंडस्ट्री को बहुत ऊँचे स्तर पर पंहुचा दिया था । और इस फिल्म को UP की शोले कहा जाने लगा था , फिल्म चंद्रावल के बाद यह इकलौती ऐसी फिल्म है जो इतनी ऊँची बुलंदियों पर पहुँची थी । और कमाल की बात तो यह है कि ये फिल्म मात्र 4.5 लाख रुपए के बजट में बनी थी और इस फिल्म ने 8.5 करोड़ रुपयों से ज्यादा कमाये थे । और उसके बाद उन्होंने पूरी लगन से काम करना शुरू कर दिया और कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा ।
Work Of Uttar Kumar Dhama
Uttar Kumar Dhama ने लगभग 50 से ज्यादा फिल्मों में काम किया जिसमें धाकड़ छोरा, बावली, अकड़, बेसबर, खड़ताल, अकड़बाज, करुणा, धर्मवीर, नटखट, लाटसाहब, हक़दार, फक्कड़ , कट्टो , झलक, बेधड़क, घमासान, असर, गड़बड़, खटका, ढिंग, तड़प, सेनापति, कुणबा, हम, डाक्का, निकम्मा, मन्नू धाकड मैन , हम दो भगोड़े, हद हो गई, धाकड़ छोरा-2 , Dear vs Bear , विकास की बहू , निखडू , अलझ पलझ जैसी बहुत सी फिल्म शामिल है। Uttar Kumar Dhama 2 मराठी फिल्मों में , 1 गुजरती फिल्म में , और एक बॉलीवुड की फिल्म अंकुश 2 में भी काम कर चुके है ।
Simplicity Of Uttar Kumar Dhama
Uttar Kumar Dhama जी अपनी फिल्मों में गाँव के बारे में , भाई-बहन, बाप-बेटे, माँ-बेटे, और अन्य पारिवारिक समस्याओं पर ही फिल्म बनाते हैं , और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की संस्कृति को और भाषा को ही दिखते हैं । पश्चिमी उत्तर प्रदेश की खड़ी बोली को ठीक वैसे ही फिल्मों में उतारते है। जैसा हक़ीक़त में होती है। दूसरे बॉलीवुड फिल्म अभिनेताओं की तरह उत्तर कुमार धामा कभी भी फिल्मों को मनोरंजक बनाने के लिए बढ़ा चढ़ा कर नहीं दिखाते और कहानी का फिल्मीकरण नहीं करते ।
वह असल जिन्दगी में जो घटनाये घटित होती हैं उन ही को अपनी फिल्मों में दिखाते है। उत्तर कुमार इकलौते ऐसे कलाकार और डायरेक्टर है जिन्हें लो बज़ट की फिल्मों में बड़ी कामयाबी मिलती है । उत्तर कुमार धामा अपनी फिल्मों को सिर्फ सामाजिक सन्देश देने के मकसद से ही बनाते हैं । और इस तरह से बनाते है कि पूरा परिवार एक साथ बैठ कर उसे देख सके ।
Songs Of Uttar Kumar Dhama
Uttar Kumar Dhama बहुत से हरयाणवी गानों में भी काम कर चुके हैं जो की Hit गाने साबित हुए
जैसे - बाहण का रोला , टोक , बहम , मैडम क्यूट
Uttar Kumar Dhama पश्चिमी उत्तर प्रदेश , हरयाणा , राजस्थान और Delhi NCR के सुपरस्टार हैं
Nice Information, Please Dev Shama lala ji k baare me bhi kuch batao.
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